Wealth in Astrology Astrology क्या है उसका उत्पति कहाँ से ?
आज के पोस्ट में हम “ बाप बड़ा न भैय्या सबसे बड़ा रुपैय्या ”याने आजकल का निहायत ही जरुरी चीज धन Wealth के उपर एक Motivational Story के थ्रू चर्चा करेंगे |
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धर्म Religion – के लिए शास्त्रों ने कहा है, “ धारयति सः धर्म, “ अर्थात धारता है वह धर्म है. “ धर्म विहीन नर पशुः,” अर्थात धर्म के बिना मनुष्य पशु Animal होता है. धर्म का शाब्दिक अर्थ रखना, To follow या पहनना होता है. धर्म को यदि हम Ladies पारदर्शी साड़ी मान लें तो ज्योतिष उस साड़ी का पेटीकोट है, और जिस तरह पेटीकोट के बिना पारदर्शी साड़ी बेमानी होती है उसी तरह ज्योतिष के बिना धर्म भी Meaningless ही होता है